इंद्रावती नदी जल संकट का स्थाई समाधान करेगी मोदी सरकार ..राजेन्द्र बाजपेयी
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रविंद्र दास
जगदलपुर inn24..बस्तर की प्राणदायिनी इंद्रावती नदी के गहराते जल संकट को दूर करने की दिशा में मोदी सरकार के प्रयास शुरू हो चुके हैं। जल्द ही हम बस्तर वासियों को इसका सार्थक परिणाम भी दिखाई देने लगेगा।
भाजपा लोकसभा प्रवास योजना के जगदलपुर विधानसभा संयोजक राजेन्द्र बाजपेयी ने संबंधित विषयान्तर्गत् प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि भारतीय जनता पार्टी के केन्द्रीय नेतृत्व द्वारा संचालित लोकसभा प्रवास योजना के अंतर्गत चुने हुए संसदीय क्षेत्रों में हर महीने एक केन्द्रीय मंत्री 3 दिन के प्रवास में रहेगा और क्षेत्रवासियों की मांग एवं सुझावों की गंभीरता के अनुसार उस क्षेत्र में व्याप्त समस्याओं के समाधान के लिए यथोचित कदम उठाएगा।
इसी कड़ी में केन्द्रीय राज्य मंत्री जनजातिय मामले एवं जलशक्ति विभाग माननीय विश्वेश्वर टुडु जी का लगातार दूसरी बार बस्तर प्रवास हुआ है। पिछले प्रवास के दौरान भाजपा जनप्रतिनिधियों, सामाजिक संगठनों एवं मीडिया के बंधुओं ने मंत्री जी को इन्द्रावती जल संकट के बारे में अवगत कराते हुए इसके समाधान का निवेदन किया था। मंत्री जी ने तब वादा किया था कि अगली बार जब मैं आऊंगा तो आप लोगों के साथ ग्राउंड जीरो चलूंगा और समस्या की वास्तविकता एवं आवश्यकता के अनुरूप योजनाबद्ध तरीके से समस्या का हल हम खोजेंगे। मै माननीय मंत्री जी को धन्यवाद देता हूँ कि उन्होंने अपना वादा पूरा करते हुए समस्या की जड़ जोरा नाला का दौरा किया। संभवतः पहली बार कोई केन्द्रीय मंत्री ने जोरा नाला अवलोकन कर इस समस्या को हल करने इतनी तत्परता दिखाई है। भाजपा के नेतागण, सामाजसेवियों, पत्रकार बंधुओं एवं विभागीय अधिकारियों के साथ जोरा नाला पहुँच कर समस्या को नजदीक से देखा,जाना और हल हेतु एक ब्लू प्रिंट तैय्यार किया। मंत्री जी ने पूरी जिम्मेदारी से कहा है की किसी भी समस्या को दूर करने उसके कारण एवं प्रकृति को जानना बेहद जरूरी है। बीमारी को दूर करने उसे डाईग्नोस करना अनिवार्य होता है, आज मैने इस दौरे से इस समस्या का पूरा डाईग्नोसिस कर लिया है और बहुत जल्द इस समस्या का समाधान भी हम कर लेंगे। मंत्री जी ने त्वरित निर्णय लेते हुए विभाग के केन्द्रीय अधिकारियों के साथ साथ छत्तीसगढ़ एवं उड़ीसा सरकार के विभागीय अधिकारियों के साथ जगदलपुर सर्किट हाउस में महत्वपूर्ण बैठक ले कर प्रारंभिक कार्रवाई के तहत इन्द्रावती नदी एवं जोरा नाला संगम के डाउन स्ट्रीम में जमी रेत के पहाड़ को हटाने निर्देश भी दिये। बस्तर अंचल की इस समस्या को दूर करने केन्द्र सरकार का यह प्रयास निश्चित ही प्रशंसनीय है।